मिथिला पब्लिक न्यूज, कमलेश झा ।
समस्तीपुर के सरायरंजन प्रखंड स्थित उदयपुर गांव में गुरुवार को विशाल कलश यात्रा के साथ मां दुर्गा की पूजा शुरू हो गयी। नवरात्रि के प्रथम पूजा के संकल्प के लिए पूरे धूमधाम एवं गाजे बाजे के साथ राम जानकी ठाकुरबाड़ी स्थित मां सपनौती दुर्गा स्थान से कलशयात्रा निकाली गयी। जिसमें बैंड बाजे के साथ गजराज (हाथी) को भी शामिल किया गया था। कलशयात्रा में शामिल 201 कन्याओं के साथ यजमान मुकुंद झा एवं उनके परिवार ने कलश में जल भरा।
कलश यात्रा गुरुवार की सुबह उदयपुर गांव के राम जानकी ठाकुरबाड़ी स्थित मां सपनौती दुर्गा स्थान से निकली। इसके बाद भोजपुर, अख्तियारपुर, महुली, सारंगपुर आदि गांवों का भ्रमण करते हुए वापस मंदिर पर पहुंची। इस कलश यात्रा में आसपास के गांव के हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। मंदिर में कलश स्थापना के बाद पूजा अर्चना शुरू की गई। बाद में कुमारी कन्याओं को भोजन कराया गया।
यहां बता दें कि सरायरंजन प्रखंड के उदयपुर गांव में नवरात्रि के अवसर पर 5 अक्टूबर से श्रीमद भागवत कथा का भव्य आयोजन होने जा रहा है। इस अवसर पर देश के सुविख्यात मोटिवेशनल स्पीकर सह कथावाचक डॉ अनिरुद्धाचार्य जी महाराज पधार रहे हैं। जिनके द्वारा लगातार सात दिनों तक कथा वाचन किया जायेगा। 5 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक समस्तीपुर वासियों को डॉ अनिरुद्धाचार्य जी महाराज का सानिध्य और कथा श्रवण का सौभाग्य प्राप्त होगा।
उदयपुर निवासी मुकुंद झा एवं उनके युवा समाजसेवी पुत्र अमन झा उर्फ अमन जी के सौजन्य से ही यह सौभाग्य समस्तीपुर के लोगों को प्राप्त हो रहा है। मुकुंद झा बताते हैं कि मां दुर्गा की असीम कृपा से अमन जी ने गांव स्थित राम जानकी ठाकुरवाड़ी परिसर के बगल में पिछले साल ही दुर्गा मंदिर का निर्माण भी कराया था। उनका परिवार भव्य तरीके से श्रद्धा पूर्वक दुर्गा पूजा भी करते हैं। इस वर्ष उन्होंने दुर्गा पूजा के साथ साथ श्रीमद भागवत कथा का आयोजन करने का निर्णय लिया है। इस आयोजन को लेकर आसपास के दर्जनों गांवों में उत्सवी माहौल बना हुआ है।
श्रीमद्भागवत कथा को लेकर सिर्फ उदयपुर ही नहीं पूरा सरायरंजन प्रखंड सजधज कर तैयार हो गया है। उदयपुर से जुड़ने वली हर चौक-चौराहे पर तोरणद्वार बनाया गया है। बताया जा रहा है कि शनिवार से शुरू हो रहे श्रीमद भागवत कथा में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ने वाला है। कहा जा रहा है कि एक लाख से अधिक श्रद्धालु कथा श्रवण को पहुंचेंगे।