मिथिला पब्लिक न्यूज, समस्तीपुर ।
संविदा विस्तार मामले में कार्रवाई के आदेश के बाद नया मोड़ आ गया है। बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने डीएम के कार्रवाई को एकतरफा बताते हुए क्षोभ व्यक्त किया है। कर्मचारी संघ ने इस मामले में कर्मचारी पर निलंबन की कार्रवाई के आदेश पर सवाल उठाया है। शनिवार को महासंघ कार्यालय में बिहार चिकित्सा एवं जन स्वास्थ्य कर्मचारी संघ जिला शाखा समस्तीपुर के सामान्य परिषद् की बैठक बुलायी गयी थी। इस बैठक की अध्यक्षता शांतिभूषण कर रहे थे।
बैठक में अध्यक्ष के अनुरोध पर जिला मंत्री राजीव रंजन ने विस्तार से अपनी बातों को रखते हुए कहा कि चुनाव कार्य के दौरान संविदा पर बहाली की घटना घटी। मामला प्रकाश में आने पर स्वास्थ्य विभाग में संविदा पर की गई नियुक्ति रद्द कर दी गई। कर्मचारियों से स्पष्टीकरण पूछ लिया गया और हमलोगों ने समझा सारी बातें समाप्त हो गई। उन्होंने कहा कि वैसे तो चिकित्सा संघ किसी भी गलत कार्य का विरोध करता है। लेकिन पिछले दिनों जिला पदाधिकारी के द्वारा सीएस को आदेश दिया कि संबंधित कर्मी को निलंबित करते हुए विभागीय कार्यवाही चलाई जाय। जबकि सभी अभिलेखों, आदेशों को देखते हुए लगता है कि जानबूझ कर कर्मचारी को फसाने की साजिश की गई है।
बैठक में कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि जिला प्रशासन अपने आदेश पर पुर्नविचार करे, अगर निलम्बन की एक तरफा कार्रवाई की जाती है तो स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मी कार्य बहिस्कार पर जाने को बाध्य हो जाएंगे। जिसकी सारी जवाबदेही जिला प्रशासन की होगी। बैठक में महासंघ के पूर्व राज्याध्यक्ष लक्ष्मीकान्त झा, राम कुमार झा, रामसेवक महतो, दिपक कुमार सिंह, सौचेन्द्र सिंह, रामसेवक चौधरी, शांतिभूषण, शैलेन्द्र कुमार, महासंघ के जिला संघर्ष मंत्री अमित कुमार, राकेश रौशन, अंबुज कुमार, धमेन्द्र कुमार मुन्ना, कुणाल, संजु कुमारी, प्रतिभा कुमारी एवं राष्ट्रीय नेत्री बिन्दु कुमारी सिंह, संयुक्ता कुमारी, उत्कर्ष, मंजु कुमारी, प्रेमा कुमारी, पूजा भारती, मिनु कुमारी सहित जिला अन्तर्गत सभी प्रखण्डों के प्रखण्ड मंत्री उपस्थित थे।