मिथिला पब्लिक न्यूज़, समस्तीपुर ।
बंगाल के संदेश खाली में महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचार और यौन उत्पीड़न की घटनाओं के विरोध में मंगलवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने आक्रोशपूर्ण प्रदर्शन किया। इस दौरान नगर मंत्री शुभम कुमार के नेतृत्व में ABVP कार्यकर्ताओं ने आक्रोश मार्च निकाला साथ ही ममता बनर्जी का पुतला भी दहन किया। प्रदर्शन के कारण दिनभर जिला मुख्यालय में जाम की स्थिति बनी रही।
प्रदर्शन को लेकर ABVP कार्यकर्ता बलिराम भगत महाविद्यालय में इकट्ठा हुए। फिर कार्यकर्ताओं का जत्था आक्रोश मार्च के शक्ल में महाविद्यालय परिसर से निकालकर समाहरणालय के समक्ष पहुंचा। जहां लगभग 2 घंटे तक कार्यकर्ताओं ने जमकर प्रदर्शन किया। इसके बाद जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इसके बाद ओवरब्रिज चौराहा पहुंचकर ममता बनर्जी का पुतला दहन किया गया।
मौके पर मौजूद विभाग संयोजक अनुपम कुमार झा ने कहा कि पश्चिम बंगाल के संदेश खाली में हिंदू महिलाओं के साथ तृणमूल कांग्रेस के नेताओं द्वारा बलात्कार की घटनाएं मानवता को झकझोर देने वाली है। तृणमूल कांग्रेस का पूरा नेतृत्व आरोपियों को बचाने में लगा हुआ है। यह घटना 1946 के संयुक्त बंगाल के नोआखाली में हुई विध्वंसक घटना की याद दिला रही है। पश्चिम बंगाल के संदेश खाली क्षेत्र की महिलाओं के साथ यौन शोषण एवं उनकी अस्मिता का हनन जिहादी समूह द्वारा किया जा रहा है।
अधिकांश महिलाएं अत्यंत पिछड़े एवं अनुसूचित वर्ग की हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की वोट बैंक की संकीर्ण राजनीति के कारण महिलाओं की अस्मिता के साथ खिलवाड़ करने वालों का मनोबल बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि तृणमूल कांग्रेस के नेताओं द्वारा हिंदू महिलाओं और नाबालिक कन्याओं को चिन्हित कर उनका अपहरण किया जाता है। फिर पार्टी कार्यालय में लाकर उनके साथ अत्याचार और दुराचार किया जाता है।इस तरह के कई मामले सामने आए हैं, जो संपूर्ण मानवता को शर्मसार करने वाले हैं।
वहीं जिला संयोजक कुंदन यादव एवं सह जिला संयोजक केशव माधव ने कहा कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद राष्ट्रपति से पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी सरकार के नेतृत्व में चल रहे सत्ता प्रायोजित एवं सत्ता संपोषित हिंसा पर अंकुश लगाने की मांग करती है। वहीं प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य साक्षी कुमारी एवं कॉलेज मंत्री नमिता कुमारी ने कहा कि बंगाल की महिला मुख्यमंत्री को शर्म आनी चाहिए। उनके शासन में महिला ही सुरक्षित नहीं है।
मौके पर अनुराग आनंद, मनीष चौधरी, सुधांशु कुमार, विक्की चौधरी, निक्कू आर्य, अमृत झा, सत्यम सिंह, कैलाश कुमार, पियूष रंजन, चंदन कुमार, अंशु कुमार, सुदामा चंद्रवंशी, प्रिंस यादव, सोनम कुमारी, रूचि कुमारी, कीर्ति कुमारी, ज्योति कुमारी, अंशु कुमारी, साक्षी कुमारी, नमनिता कुमारी, मनीष चौधरी, विकी कुमार चौधरी, सुधांशु कुमार चौधरी, प्रिंस कुमार, शुभम कुमार शर्मा, अनुराग आनंद, शुभम कुमार, रॉबिन यादव, कमलेश कुमार एवं अरविंद यादव आदि मौजूद थे।