मिथिला पब्लिक न्यूज़, समस्तीपुर ।
समस्तीपुर के विभिन्न सरकारी स्कूलों में सोमवार को शिक्षा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें छात्र-छात्राओं को सरकार के जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी गयी. इस ‘शिक्षा संवाद कार्यक्रम’ के तहत 15 जनवरी 2024 से 20 जनवरी 2024 तक माध्यमिक तथा उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कार्यक्रम का आयोजन कर छात्र-छात्राओं को मिलने वाली विभिन्न लाभुक योजनाओं की जानकारी बच्चों तथा अभिभावकों को दी जानी है. इस कार्यक्रम के प्रथम दिन सोमवार को जिले के कई विद्यालयों में कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
इस दौरान गोल्फ फील्ड रेलवे कॉलोनी उच्च माध्यमिक विद्यालय में आयोजित ‘शिक्षा संवाद कार्यक्रम’ विद्यालय के प्राचार्य शाह ज़फ़र इमाम की अध्यक्षता में हुई. वरीय शिक्षक बलवंत प्रसाद कार्यक्रम का संचालन कर रहे थे. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में जिला शिक्षा पदाधिकारी मदन राय तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में पहुंचे जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, कुमार सत्यम पहुंचे हुए थे. अपने उद्बोधन में जिला शिक्षा पदाधिकारी मदन राय ने कहा कि बच्चों को प्रतिदिन विद्यालय भेजना प्रत्येक अभिभावक की नैतिक जिम्मेदारी बनती है.
उन्होंने कहा कि कोचिंग और ट्यूशन विद्यालय के विकल्प नहीं हो सकते हैं. उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि प्रतिदिन विद्यालय में अपने बच्चों की उपस्थिति सुनिश्चित करें. उन्होंने कहा कि प्रत्येक दिन विद्यालय आने के बाद ही छात्र-छात्राओं को सरकार से मिलने वाली विभिन्न लाभुक योजनाओं का लाभ मिल सकता है. कार्यक्रम की शुरुआत करते हुए जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना, कुमार सत्यम ने साइकिल, पोशाक, छात्रवृत्ति, नैपकिन, पोस्ट मैट्रिक एवं प्रोत्साहन योजना इत्यादि के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
उन्होंने कहा कि सरकार की ये योजनाएं विद्यार्थियों को बेहतर अध्ययन-अध्यापन के लिए अवसर प्रदान करती हैं. जिनका लाभ अधिक से अधिक छात्र-छात्राओं को उठाना चाहिए. कार्यक्रम के शुरू में जिला शिक्षा पदाधिकारी एवं जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को माला पहनाकर उनका अभिनंदन किया गया. विद्यालय की छात्राओं- रिति कुमारी, अनु प्रिया, सोनाली कुमारी एवं जया भारती ने स्वागत गीत पेश किये. इस अवसर पर विद्यालय के शिक्षक अरविंद कुमार एवं संगीता कुमारी के साथ-साथ अभिभावकों में प्रीति कुमारी, डॉ रंजन झा, विजय लाल कर्ण, विष्णु कुमार, प्रीति कुमारी, रामजीवन बैठा एवं उमेश कुमार ठाकुर के साथ साथ छात्रा नगीना खातून ने भी अपने-अपने विचार साझा किये.
शिक्षक नवल किशोर झा के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ. कार्यक्रम में विद्यालय के शिक्षक कपिल देव मिश्र, सीमा कुमारी, बाल्मीकि कुमार, पवन कुमार भगत, डॉ अब्दुल कादिर, प्रीति कुमारी, सीता कुमारी सिन्हा, डॉ रागिनी कुमारी, सुमित कुमार, पूजा शर्मा, बबीता रानी, पूजा कुमारी, यशवंत कुमार, नरेश कुमार निराला, संतोष कुमार चौधरी, सुजीत कुमार, दीपक कुमार रजक, सुनील कुमार, मो.हमीदुर रहमान एवं श्वेत प्रिया तथा लिपिक विजय कुमार एवं बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं के अलावा स्थानीय अभिभावक शामिल हुए.
उधर, खानपुर प्रखंड के कई विद्यालयों में भी शिक्षा संवाद कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस दौरान उच्चतर माध्यमिक विद्यालय हांसोपुर, उत्क्रमित उच्च विद्यालय रेबड़ा, शोभन, विक्रमपट्टी और सादीपुर में भी कार्यक्रम आयोजित किये गए. सभी विद्यालयों के लिए अलग अलग नोडल पदाधिकारी नियुक्त किए गए थे. इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे उत्पाद एवं मद्य निषेध अधीक्षक शैलेंद्र कुमार चौधरी ने कहा कि सरकार बच्चों के पढ़ने के लिए आवश्यक संसाधनों की व्यस्था की है.
जिसके अन्तर्गत मुख्यमंत्री साइकिल योजना के तहत 75% उपस्थिति वाले सभी बच्चों को 3000 रुपए प्रोत्साहन के रूप में दिये जाते हैं. वहीं मुख्यमंत्री पोशाक योजना के तहत वर्ग 1 से 2 में पढ़ने वालें बच्चों को 600 रुपए, वर्ग 3 से 5 के बच्चों को 700 रुपए, वर्ग 6 से 8 के बच्चों के लिए 1000 रुपए तथा वर्ग 9 से 10 के लिए 1500 रुपए प्रति बच्चे दिए जाते हैं.
उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री छात्रवृति योजना के तहत वर्ग 1 से 4 के बच्चों को 600 रुपए, वर्ग 5 से 6 के बच्चों को 1200 रुपए, वर्ग 7,8,9 एवं 10 के वच्चों के लिए 1800 रुपए दिया जाता है. उन्होंने बताया कि किशोरी स्वास्थ्य योजना के तहत वर्ग 7 से 10 के बालिकाओं के लिए 300 रुपए दिए जाते हैं. वहीं मुख्यमंत्री प्रोत्साहन योजना के तहत 10 वीं में प्रथम श्रेणी से पास बच्चों को 10000 रुपए तथा द्वितीय श्रेणी से पास बच्चों को 8000 रुपये दिए जाते हैं. उन्होंने मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना की चर्चा करते हुए कहा कि 12वीं में प्रथम श्रेणी से पास बालिकाओं को 25000 रूपये दिए जाते हैं. वहीं स्नातक प्रथम श्रेणी से पास बालिकाओं को 50000 रुपये दिए जाते हैं.
उन्होंने बिहार स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड की चर्चा करते हुए कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के उच्चतर स्तर की पढ़ाई के लिए 4 लाख रुपया शिक्षा ऋण के रूप में दिया जाता है. इसके अलावा मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि रोजगार तलासने के दौरान बेरोजगार युवकों को प्रति माह 1000 रूपये स्वयं सहायता भत्ता के रूप में दो सालों के लिए दिया जाता है. कार्यक्रम में वच्चों को कस्तूरवा गांधी, बालिका विद्यालय, मिशन दक्ष, स्पेशल क्लास, पोस्ट मैट्रिक स्कॉलरशिप आदि पर भी चर्चा की गयी.
मौके पर प्रखंड विकास पदाधिकारी श्रुति, अंचलाधिकारी रंजन कुमार दिवाकर, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी वर्षा सिन्हा, प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी लक्ष्मी कुमारी, प्रधानाध्यापक संतोष कुमार चौधरी, शिक्षक लाल बाबू, शैलेंद्र कुमार झा, ललित कुमार सिंह, महेश प्रसाद यादव, पंकज चौधरी, आसिफ वकील, प्रभात कुमार रंजन सहित अन्य शिक्षक एवं सैकड़ों छात्र और अविभावक उपस्थित थे.