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चालकों के तीन दिवसीय चक्का जाम हड़ताल से आवागमन पर लगा ब्रेक, पहले दिन ही हालत खराब


मिथिला पब्लिक न्यूज़, डेस्क ।
भारत सरकार के द्वारा हिट एंड रन को लेकर मोटर वाहन अधिनियम में किये गए बदलाव और कानून को सख्त बनाने के कारण वाहन चालकों में भूचाल आ गया है. इस नियम के तहत दोषी पाए जाने पर चालक को 10 साल की सजा और 7 लाख रुपए तक के जुर्माने का प्रावधान किया गया है, जो चालकों को रास नहीं आ रहा है. चालक वाहन छोड़ सड़क पर उतर आए हैं.

सोमवार की सुबह से तीन दिवसीय चक्का जाम हड़ताल शुरू कर दिया गया है. चालकों के हड़ताल के कारण आवागमन पर पूरी तरह से ब्रेक लग गया है. सोमवार को पहले दिन के हड़ताल से ही यातायात व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है. इसका असर पूरे मिथिलांचल में देखने को मिला है. जगह जगह चालकों ने सड़क जाम कर प्रदर्शन भी किया है.

सवारी गाड़ियों का परिचालन पूरी तरह से ठप रहा. समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी आदि जिलों में सवारी गाड़ी नहीं चली. बस पड़ाव में वीरानगी छाई रही. कर्पूरी बस पड़ाव समस्तीपुर से एक भी यात्री बसों का परिचालन नहीं हुआ. वहीं जिले के विभिन्न रैक प्वाइंटों से तथा एसएफसी के गोदामों से भी ट्रकों का परिचालन नहीं हुआ. वाहनों के नहीं चलने से आम यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.


यात्रियों को जगह-जगह सड़कों पर बसों का इंतजार करते देखा गया. शहरी क्षेत्र में बड़े वाहनों का परिचालन तो ठप रहा है साथ ही साथ ई रिक्शा तक को नहीं चलने दिया गया. कहीं कहीं प्राइवेट गाड़ियों को भी रोक दिया गया. दिन भर चालक सड़क पर आंदोलन करते रहे. इस आंदोलन को सांकेतिक हड़ताल की संज्ञा दी गई है. तो इसी से अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूर्ण हड़ताल से यातायात व्यवस्था का क्या हाल होने वाला है.


समस्तीपुर में जिला मोटर व्यवसायी संघ के अध्यक्ष संजय कुमार सिंह ने बताया कि भारत सरकार का यह कानून पूरी तरह से काला कानून की तरह है. इस कानून के खिलाफ दमदार आंदोलन की तैयारी के लिए जिला संगठन के कार्यकारिणी की बैठक मंगलवार को बुलायी गयी है. इसके बाद बुधवार को व्यावसायिक वाहनों के स्वामी तथा चालकों के साथ संयुक्त बैठक स्थानीय कर्पूरी बस पड़ाव में आयोजित होगी. जिसमें सरकार द्वारा विधेयक वापस नहीं लेने के स्थिति में व्यापक आंदोलन चलाने का निर्णय लिया जायेगा. जिसमें धरना , प्रदर्शन, पुतला दहन एवं अनिश्चितकालीन हड़ताल की रूपरेखा एवं कार्यक्रम तय की जाएगी.

संगठन के महासचिव संजीव कुमार सुमन ने बताया कि सरकार के इस दमनकारी कानून के कारण मोटर व्यवसाय पूर्ण रूप से समाप्त हो जाएगा. इसलिए जबतक इस विधेयक को सरकार वापस नहीं लेती तबतक आंदोलन जारी रहेगा.


उधर, समस्तीपुर जिला परिवहन मजदूर यूनियन, चालक संघ सीटु के बैनर तले बस पड़ाव में चालक हड़ताल पर डटे रहे. महामंत्री डा एसएमए इमाम की अध्यक्षता में एक सभा का भी आयोजन किया गया. जिसे संघ के जिला सचिव मनोज कुमार गुप्ता, सत्यनारायण सिंह, मनोज मुनचुन, मो हुसैन, प्रमोद गुप्ता, सुरेंद्र राय, अपील राय, सुनील कुमार आदि ने सम्बोधित किया. नेताओं ने मंगलवार को डीएम के समक्ष प्रदर्शन करने का निर्णय लिया है.

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