मिथिला पब्लिक न्यूज़, डेस्क ।
हरियाणा के सोनीपत में मां के सामने दो नाबालिग बहनों के साथ गैंग रेप कर उनकी हत्या करने वाले 4 दरिंदों को फांसी की सजा सुनाई गई है. इस हृदयविदारक घटना को अंजाम देने वाले सभी आरोपी बिहार के दरभंगा एवं समस्तीपुर जिले के रहने वाले बताये जाते हैं. शुक्रवार को सोनीपत के अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश (फास्ट ट्रैक कोर्ट) सुरुचि अतरेजा सिंह की बेंच ने सजा सुनाई है.
कहा जाता है कि हरियाणा में सामूहिक दुष्कर्म करने के बाद दो बहनों को उसकी मां के सामने आरोपियों ने कीटनाशक पिलाकर हत्या कर दी थी. यह मामला काफी चर्चा में रहा था. इस मामले में सभी आरोपियों को दोषी करार दिया गया है. कोर्ट ने चारों आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई है, साथ ही दोषियों पर 30-30 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है.
5 अगस्त 2021 को हुई थी घटना :
जानकारी के अनुसार बिहार की रहने वाली एक महिला हरियाणा के सोनीपत स्थित कुंडली थाना क्षेत्र में एक किराये के मकान में अपनी दो बेटियों व तीन बेटों के साथ रह रही थी. उसी परिसर में अलग कमरे में बिहार के चार अन्य युवक भी रहते थे. 5 अगस्त, 2021 की रात महिला कमरे में अपनी 13 व 15 साल की बेटियों के साथ सो रही थी. उसके बेटे छत पर सो रहे थे.
देर रात करीब 12 बजे चार युवक उसके कमरे में घुस गए. उन्होंने कमरे में उसकी बेटियों के साथ जबर्दस्ती सामूहिक दुष्कर्म किया. घटना को अंजाम देने के बाद आरोपियों ने दोनों बेटियों उसके ही कमरे में रखे कीटनाशक पिला दिया था. साथ ही आरोपियों ने किसी को बताने पर बेटों की हत्या भी कर देने की धमकी दी थी. बच्चियों की हालत ज्यादा बिगड़ने के बाद दोनों को दिल्ली के नरेला स्थित राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गयी थी.
दरभंगा व समस्तीपुर के हैं आरोपी :
इस घटना को अंजाम देने वाले सभी आरोपी बिहार के दरभंगा एवं समस्तीपुर जिले के रहने वाले थे. जिन्हें इस जघन्य अपराध के लिए फांसी की सजा सुनाई गई है. आरोपियों में दरभंगा के मजगाही निवासी अरुण पंडित, मुसहरी निवासी फूलचंद सदा, झकेली निवासी दुखन पंडित और समस्तीपुर के बाड़ा निवासी रामसुहाग बताये जाते हैं. बताया जाता है कि अरुण व फूलचंद सदा ने बड़ी बहन के साथ एवं दुखन पंडित व राम सुहाग ने छोटी बहन के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से हुआ दुष्कर्म का खुलासा :
बताया जाता है कि इस सामूहिक दुष्कर्म का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट के सामने आने के बाद हुआ था. क्योंकि आरोपियों ने घटना को अंजाम देने के बाद मृत किशोरियों की मां को धमकी दी थी कि अगर उसने किसी को इस बारे में बताया तो वह उसके बेटों को मार देंगे. इसी धमकी के डर से मां ने शुरु में पुलिस को बताया था कि सांप के काटने से उसकी बच्चियों की मौत हो गयी है. जिस पर दिल्ली में पुलिस द्वारा दोनों के शवों का पोस्टमार्टम करा कर लाश परिजनों को सौंप दिया गया था.
बाद में जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो पुलिस को पता चला कि इन दोनों बहनों के साथ सामूहिक दुष्कर्म हुआ है. साथ ही उन्हें कोई कीटनाशक दवा पिलायी गयी है. इसके बाद पुलिस ने किशोरियों की माँ से फिर पूछताछ की. जिसके बाद उसने पुलिस को सारी सच्चाई बतायी थी. तब जाकर पुलिस ने इस घटना में गैंग रेप व हत्या की धारा में केस दर्ज की और सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की गयी थी.